इंदौर, भोपाल और उज्जैन को सील करने के आदेश; लोगों को बाहर निकलने की इजाजत नहीं, जरूरी चीजों की होम डिलीवरी प्रशासन करेगा

 मध्यप्रदेश में संक्रमण के तीन सबसे बड़े केंद्र के तौर पर उभरे इंदौर, भोपाल और उज्जैन को सील करने के आदेश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को राज्य में कोरोना की समीक्षा बैठक के दौरान इन स्थानों पर आवाजाही पूरी तरह बंद करने और जिला प्रशासन के माध्यम से जरूरी चीजों की होम डिलीवरी कराने के निर्देश दिए। शिवराज ने लोगों से अपील की है कि कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए वे मास्क लगाकर ही घर से बाहर निकले। होम मेड मास्क का भी प्रयोग किया जा सकता है।


सीएम ने इंदौर, भोपाल और उज्जैन के साथ ही दूसरे जिलों में भी संक्रमित क्षेत्रों में पूर्ण प्रतिबंध लगाने को कहा। इन क्षेत्रों से किसी को भी बाहर जाने या बाहर से अंदर जाने की अनुमति नहीं होगी। कोरोना संबंधी कार्य में सभी शासकीय विभागों और उनके संसाधनों की सेवाएं लेने के आदेश दिए गए हैं। 


कोरोना संक्रमण छिपाने पर कड़ी कार्रवाई होगी


मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा- कोई भी व्यक्ति कोरोना रोग को छिपाए नहीं। वह अपने संपर्कों की जानकारी भी जरूर दे। कोरोना छुपाने पर मौत है और इसे बताने पर जिंदगी मिलेगी। जो व्यक्ति संक्रमण की बात छिपाए, उसके खिलाफ एफआइआर दर्ज की जाए और इलाज के बाद उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाए। साथ ही, कोरोना ड्यूटी में तैनात अमले से दुर्व्यवहार करने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाहर के राज्यों से आए और प्रदेश में लौटे मजदूरों के स्वास्थ्य परीक्षण की अच्छी व्यवस्था हो। ग्वालियर में एक माइग्रेंट लेबर पॉजिटिव आया है, जो दूसरे राज्य से प्रदेश में आया था। इस प्रकरण में विशेष सतर्कता बरती जाए।


टेस्टिंग के लिए 50 हजार रैपिड किट का आर्डर 


मुख्यमंत्री चौहान ने कोरोना की टैस्टिंग क्षमता बढ़ाने के निर्देश दिए। इस पर मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस ने कहा- राज्य में टेस्टिंग क्षमता 788 प्रतिदिन हो गई है, जो 10 अप्रैल तक 1000 पहुंच जाएगी। राज्य में टेस्टिंग लैब की संख्या 7 है और एक लाख टेस्टिंग किट का आर्डर दिया गया है।


एमपी में कोरोना से डेथ रेट 7 से 7.3% के बीच


स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अभी एमपी में कोरोना डेथ रेट 7:00 से 7:30 प्रतिशत है। इलाज के लिए भारत सरकार की गाइडलाइन फॉलो की जा रही हैं। वायरस की त्वरित जांच के लिए रैपिड टेस्टिंग किट्स की व्यवस्था की जा रही है, जिसकी रिपोर्ट तुरंत आ जाती है। इसके किट से शरीर में कोई भी वायरस है या नहीं इसकी त्वरित रिपोर्ट मिलेगी। ऐसी 50,000 टेस्टिंग किट का आर्डर दिया गया है। अब तक प्रदेश के 14 जिले कोरोनावायरस से प्रभावित हुए हैं।


छात्रों को घर पर पढ़ाई के लिए 'टॉप पैरेंट एप'
मुख्यमंत्री चौहान ने मंत्रालय में छात्रों को घर पर ही पढ़ाई जारी रखने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग के मोबाइल एप "टॉप पैरेंट एप" लांच किया। वहीं, "डिजी लैप- आपकी पढ़ाई आपके घर" के जरिए शिवराज ने छात्रों को मैसेज भेजा। इसमें कहा गया कि बच्चे लॉकडाउन के दौरान घर से बिलकुल बाहर ना निकलें, घर कर ही पढ़ाई करें।


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